48 रुपए वाली दुनिया की पहली प्लास्टिक-फ्री पीपीई शील्ड, इस्तेमाल के बाद 3 दिन में अपने आप नष्ट हो जाएगी

पर्यावरण संरक्षण और प्लास्टिक के खिलाफ मुहिम चलाने वाले 'अ प्लास्टिक प्लैनेट' संगठन ने खास तरह की पीपीई शील्ड तैयार की है। यह दुनिया की पहली प्लास्टिक फ्री पीपीई शील्ड है। इसे लकड़ी से निकलने वाले सेल्यूलोज और कागज की मदद से तैयार किया गया है। जल्द ही इसकी ब्रिकी शुरू होगी। एक पीपीई शील्ड की कीमत 48 रुपए है। 150 पीपीई वाला पैकेट 7000 रुपए में उपलब्ध कराया जाएगा।

4 पॉइंट : क्यों खास है प्लास्टिक-फ्री पीपीई शील्ड

  • ऑर्गेनिक कचरे के साथ डिस्पोज कर सकते हैं :इसे तैयार करने वाले 'अ प्लास्टिक प्लैनेट' संगठन के डिजाइनर के मुताबिक, हेडबैंड को आसानी से एडजस्ट किया जा सकता है। एक बार इस्तेमाल किए जाने के बाद इसे आर्गेनिक वेस्ट के साथ डिस्पोज किया जा सकता है।
  • इससे वायरस फैलने का खतरा नहीं :अमेरिकी कम्पोस्टिंग काउंसिल का कहना है कि इससे कोरोनावायरस फैलने का कोई खतरा नहीं है। प्लास्टिक फ्री होने के कारण यह पीपीई कचरे में 3 दिन के अंदर अपने आप खत्म हो जाता है।
  • लक्ष्य प्लास्टिक पॉल्यूशन को घटाना है :संगठन के को-फाउंडर सियान सुथरलैंडका कहना है कि इसे तैयार करने का लक्ष्य प्लास्टिक पॉल्यूशन को घटाना है। वर्तमान में इस्तेमाल हो रहीं पीपीई एक बार पहनने के बाद सदियों तक पर्यावरण में मौजूद रहेंगी। इसलिए ऐसी पीपीई को तैयार किया गया है जो आर्गेनिक कचरे में खुद-ब-खुद खत्म हो जाएगी।
  • प्लास्टिक फ्री ट्रस्ट मार्क संगठन से पीपीई को अप्रूवल मिला:पीपीई पर यूरोपियन इकोनॉमिक एरिया ने भी अपनी मुहर लगाई है। इसकी जांच प्लास्टिक फ्री ट्रस्ट मार्क संगठन ने भी जांचा हैऔर अप्रूव किया है। इसे सिंगल या पैकेट दोनों तरह से खरीदा जा सकेगा। जल्द ही मार्केट में उपलब्ध कराया जाएगा।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मास्क का इस्तेमाल करने के बाद लोग इसे कहीं भी फेंक रहे हैं। हाल ही में हॉन्गकॉन्ग के सोको आइलैंड के बीच पर सैंकड़ों मास्क मिले थे। जो संक्रमण का खतरा फैलाने के साथ पर्यावरण के लिए भी समस्या बढ़ा रहे हैं। इसकी एक तस्वीर भी वायरल हुई थी।



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